
दिन प्रति दिन नई-नई तकनीकों का आविष्कार हो रहा है इन तकनीकों के मदद से खेती-बाड़ी कारना आसान होते जा रहा है इन्ही तकनीकों मे से एक है राइस ट्रांसप्लांटर (Rice transplanter) इसकी सहायता से धान की रोपाई काफी आसानी से की जा सकती है | आमतौर पर धान की रोपाई करने के लिए धान की पौध को परंपरागत तरीकों से इसकी रोपाई करते करते है | धान की पौध को हाथ से रोपाई करने का कार्य काफी थकने वाला है और इसकी रोपाई करते समय घंटों तक झुक कर रोपाई करनी होती है | जिससे की बहुत परेशानी होती है और दूसरी बात यह है की आजकल मजदूरों का मिलना भी काफी कम हो गया है | इन सभी दिक्कतों को देखते हुए अब किसान भाई धान की रोपाई करने के लिए मशीनों का सहारा लेने लगे है | इन मशीनों मे से एक राइस ट्रांसप्लांटर (Rice transplanter) जिसकी सहायता से धान की रोपाई की जा सकती है |
राइस ट्रांसप्लांटर क्या है [ What is a Rice transplanter ]
इस मशीन की मदद से धान की रोपाई की जाती है इसलिए इस मशीन को “राइस ट्रांसप्लांटर (Rice transplanter)”,”धान ट्रांसप्लांटर (Paddy Transplanter)” के नाम से जाना जाता है | इस मशीन की सहायता से धान की पौध की रोपाई की जाती है | इससे करीब 2 घंटे मे एक एकङ की धान की पौध की रोपाई की जा सकती है | इस मशीन के कई मॉडेल आते है जिनमे की 4, 6 और 8 कतारों में धान की रोपाई करते हैं | इनसे रोपाई करने पर समय की बचत होती है और इसके साथ ही पौधों की बीच की दूरी भी निश्चित होती है जिससे हमारी पौध सीधा और कतार मे लगती है |

राइस ट्रांसप्लांटर के लिए नर्सरी की तैयारी [ Nursery for Rice Transplanter ]
राइस ट्रांसप्लांटर (Rice transplanter) के लिए धान की नर्सरी तैयार करना भी बेहद आसान है और इसमे समय की भी बचत होती है |
- सबसे पहले खेत की भूमि को पूरी तरह से समतल कर ले |
- भूमि को समतल करने के बाद इसपर पोलीथिन/प्लास्टिक को अच्छी तरह से बिछा दे |
- अब पोलीथिन पर फ्र्रेम की सहायता हल्का भुरभुरा मिट्टी डाल दे |
- उसके बाद धान का बीज डाल कर इसपर पानी का छीरकाव करना चाहिए | समय-समय पर आवश्यकता के अनुसार इसपर पानी का छीरकाव करना चाहिए |
- धान की नर्सरी करीब 15 से 20 दिनों के अंदर तैयार हो जाती है |

राइस ट्रांसप्लांटर से लाभ [ Benefits from Rice Transplanter ]
- इस मशीन की मदद से मजदूरी, समय और पैसे तीनों की भी बचत होती है |
- इससे पौधो को सिधा,समांतर और लाइन से बोया जाता है जिससे फसल अच्छी होती है |
- ये मशीन बहुत बढ़िया तरीकों से पोध को बराबर-बराबर भागों मे लगाने का कार्य करती है |
- इस मशीन की मदद से मानव श्रम की बचत और पैदावार में वृद्धि होती है |
- इससे धान की रोपाई जल्दी और ठिक से होती है |
राइस ट्रांसप्लांटर की कीमत [ Rice transplanter price in india ]
राइस ट्रांसप्लांटर (Rice transplanter) की कीमत लगभग 15 हजार से 5 लाख रुपया तक की होती है इसकी कीमत कंपनी के ऊपर भी निर्भर करती है अलग-अलग कंपनी की कीमत अलग-अलग होती है | ये आप पर निर्भर करता है की आप कौन सी कंपनी का राइस ट्रांसप्लांटर खरीद रहे है | इसमे भी कई प्रकार के राइस ट्रांसप्लांटर यंत्र आते है जिसकी कीमत भी अलग होती है | इसमे दो प्रकार के मशीन आते है |
(1) Riding Type
(2) Walking Type
Walking Type की कीमत करीब 10 से 15 हजार से शुरू हो जाती है |
Riding Type की कीमत करीब 1 लाख से 5 लाख रुपया तक की होती है |

राइस ट्रांसप्लांटर पर सब्सिडी [ Subsidy on Rice Transplanter ]
किसानों को समय-समय पर राज्यों के द्वारा राइस ट्रांसप्लांटर (Rice transplanter) पर सब्सिडी प्रदान की जाती है | सब्सिडी की दर सभी राज्यों में अलग अलग होती है |
सब्सिडी की और अधिक जानकारी के लिए DBT (Department of Agriculture कृषि विभाग) की वेबसाईट को चेक करे |
निष्कर्ष [ Conclusions ]
इससे यही निष्कर्ष निकलता है कि राइस ट्रांसप्लांटर (Rice transplanter) किसान भाइयों के लिए बहुत ही उपयोगी यंत्र है | इससे मजदूरी, समय और पैसे आदि की भी बचत होती है और धान की रोपाई जल्दी और ठिक समय पर होती है | जिससे किसी भी प्रकार के नुकसान का सामना नहीं करना पङता है | यह यंत्र टिकाऊ और लंबे समय तक चलता है | ये मशीन बहुत बढ़िया तरीकों से पोध को बराबर-बराबर भागों मे लगाने का कार्य करती है जिससे फसल अच्छी होती है |
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